JeevanSiksha

The best Hindi Blog for Hindi Articles, Inspirational Hindi stories, Whatsapp Status in Hindi, Hindi Suvichar,Personal Development In Hindi,Study Tips In Hindi And Health Tips In Hindi

Ads Here

अकेलापन दूर कैसे करें Akelepan Ko Kese Dur Karen?



how to overcome loneliness


अपने दादा दादी ,नाना नानी से पूछ के देखना की क्या जब वो छोटे थे उनको अकेलापन महसूस होता था। क्या Loneliness ,अकेलेपन जैसी चीज़े उनकी जिंदगी मैं थी। मैंने पूछके देखा आप भी पूछके देखना उनका जवाब नहीं होगा। पर आज इतने  सारे माध्यम है Social Media ,इंटरनेट ,टेलीविज़न है फिर क्यों लोग अकेला feel कर रह हैं। आज जब टेक्नोलॉजी इतना आगे जा चूका है ,विज्ञान इतना आगे बढचुकि है फिर क्यों यह Loneliness ,डिप्रेशन बढ़ता जा रहा है। Facebook पे फ्रेंड्स है ,Instagram पे फॉलोवर्स है ,Whatsapp पर कई Groups पर हम है ,लाइक्स आ रह हैं ,कमैंट्स आ रह हैं फेर क्यों भारत का 3 करोड़ से ज्यादा Youth अकेलेपन का शिकार है।


Akelepan Ko Kese Dur Karen


how to overcome loneliness


बड़े अजीब इस दुनिआ के मेले हैं यु तो दिखती भीड़ है फेर भी सब अकेले हैं। तो इसका उत्तर भी हमारे दादा दादी ,नाना नानी के जिंदगी से ही निकलेगा। वो लोग Quality रिलेशन बनाते थे और हम quantity के पीछे भाग रह हैं। हर वक़्त अपने फेसबुक फ्रेंड्स ,इंस्टाग्राम फॉलोवर्स ,व्हाट्सअप्प ग्रुप्स इनमें Connected तो है लेकिन अपनों के लिए समय नहीं है। हर वक़्त घर मैं फोन मैं लगे हुए हैं तो अपनो के साथ बैठ नहीं रह ,quality रिलेशन बन नहीं रह हैं जिस की वजह से अकेलापन महसूस होता है।


how to overcome loneliness


हम लोग तो Digitally तो बहत connnected है ,जो दोस्त US मैं बैठा है उसका सब पता है। वो क्या कर रहा है ,उसने क्या खाया ,वो कहा गया लेकिन अपने परिवार के बारें मैं कई बार पता नहीं होता। पापा के ऑफिस मैं क्या चल रहा है ,दादी के बाएं घुटने मैं दर्द हो रही है ,इस चीज़ का कई बार आईडिया ही नहीं होता। बहत अजीब हो गए हैं रिश्ते आज कल ,सब फुर्सत मैं है लेकिन वक़्त किसी के पास नहीं। सच तो यह है दोस्तों हम जितने भी एडवांस हो जाये अकेलेपन को वो दूर कर सकता है जिसके साथ हम खुल कर बात कर सके ,जिनको सुन सके ,जिसके साथ समय बिता सके।

how to overcome loneliness in hindi


तो दोस्तों अगर मुनकिन हो सके तो अपने नाना नानी ,दादा दादी ,माँ पापा ,भाई बहन के साथ समय बिताये। पूछे उनकी जिंदगी मैं क्या चल रहा है ,पापा से पूछे उनकी ऑफिस मैं क्या चल रहा है ,माँ से पूछे घर मैं चीज़े कैसी चल रही है। कभी अपनी फ्रेंड्स के साथ walk पे निकले ,फॅमिली मेंबर के साथ टहलने निकले,फोन के बिना या फिर फ़ोन को Silent करके। तो दोस्तों इतनी सी बात आपको याद करबाना चाहता हूँ की जिंदगी मैं Quantity कितनी भी हो खुशियां जो है ना वो Quality रिलेशन से आती। यह छोटी छोटी बाते जिंदगी के बड़ी बड़ी खुशियों का कारण बन जाती है। 

यह बात अच्छी लगी हो काम की लगी हो तो दुसरो के साथ भी Facebook और Whatsapp पे शेयर कर देना उनको भी यह याद आजाये।

No comments:

Post a Comment