Movies तो
हम सब देखते हैं
लेकिन कौन सी मूवी देख
रह हैं ,उसमें से क्या ले
रह हैं ये सबसे ज़रूरी
है। आज मैं आपके
साथ शेयर करने वाला हूँ 5 Inspirational
Bollywood Characters जो
आपको हिम्मत देगी,आपको Inspire करेगी। हो सकता है
की आप इन Movie मैं
से कोई देखे हो और अगर
आप नहीं देखे हो तो अगली
बार जब मन करे
तो देख लेना। ये Characters ना आपको Education भी
देंगे और Entertainment भी देंगे। मतलब
EDUTAINMENT देंगे। मैं इस आर्टिकल मैं
वो उन मूवीज का
या Characters का जिक्र नहीं
करूँगा जो बहत Common है
जिसके बारें मैं आप अच्छी तरह
से जानते हो। मेरी कोशिश रहेगी की आपके सामने
वो Characters लाऊँ जिसके बारें मैं आप ना जानते
हो ,अगर देखा भी है सुना
भी है तो इसी
नज़रिए से ना देखा
हो।
Iqbal (IQBAL)
पहले
Character की बात करता हूँ आंध्रप्रदेश का 18 साल का लड़का जो अपने पिता
के साथ खेतो मैं काम करता है। वो गूंगा भी
है और भैरा भी
है और उसका सपना
है भारत के लिए क्रिकेट
खेलना। 2005 मैं आयी हुई फिल्म जिसका नाम है इक़बाल(IQBAL) ,character का नाम था
इक़बाल जिसका रोल play किया था Sheryas Talpade ने।एक ऐसा देश जहा क्रिकेट को खेल से
ज्यादा धर्म माना जाता है। जहां पे बॉलर से ज्यादा बैट्समैन को Importance मिलती है
उसी देश मैं इक़बाल बॉलर बनने का सपना देखता है। अब जब सपना देखता है तो उसके आस पास
के लोग मना करते हैं और उसके पापा भी इस खेल के ऊपर समय ना गवाने के लिए कहते हैं।
बहत सारे मुस्किलो को झेलता है ,बहत ही मजेदार है उसकी ये सफर। वो सिलेक्शन पॉलिटिक्स
को हराकर ,अपने मेहनत के दम पे अपने टैलेंट के दम पे इंडियन क्रिकेट टीम मैं अपना जगह
बनाता है। ये मूवी हर उस इंसान के लिए है जिसके आँखों मैं सपने है। हर किरदार कुछ कहता
है ,इक़बाल का किरदार आपको मुस्किलो से लड़ना ,मेहनत दम पर आगे बढ़ना सिखाएगा और अपने
डर को ख़तम करना सिखाएगा।
Shashi Godbole (ENGLISH VINGLISH)
अगले
character की बात करते हैं शशि गोडबोले,एक साधारण ,माध्यम बयस्का ,भारतीय महिला और
एक बिज़नेस women | अपने घर से लड्डू बेचने का बिज़नेस करती हैं। Normal फॅमिली एक पति
है और दो बच्चे और शासु माँ। सब कुछ बढ़िया है लेकिन एक प्रॉब्लम है की उनकी पति और
बेटी उनकी इंग्लिश का मजाक उड़ाते हैं। अब किसी कारण से शशि को USA जाना पड़ता है ,और
वो वह हिम्मत जुटाते हैं एक नयी भाषा सिखने की और इंग्लिश सीखकर fluently बोलकर अपने
फॅमिली के सारे लोगो को हैरान कर देते हैं। Shashi Godbole की रोल को प्ले किया था
श्रीदेवी ने English Vinglish फिल्म मैं जो की 2012 मैं रिलीज़ हुई थी।अगर आप feel करते
हो की आपका confidence low है तो आपको ये character inspire करेगी। कुछ नया सीखना चाहते
हो तो ये करैक्टर आपको Inspire करेगी।
B.V.Pradhan (SAARANSH)
Rani Mehra (QUEEN)
अगले character का नाम है रानी मेहरा ,इस character का रोल प्ले किया है कंगना रनौत ने फिल्म queen मैं जो की आयी थी 2013 मैं। इस फिल्म मैं रानी मेहरा का होने बाला पति शादी के एक दिन पहले मना कर देता है। रानी दिल्ली की एक Shy लड़की है लेकिन वो शादी टूटने का दर्द मनाने की जगह पहले से बुक हनीमून पे पेरिस अकेले जाती है ,वहा जाके वो जिंदगी को समझती है की खुश रहना क्यों ज़रूरी है। रानी यह समझती है की खुद के ज़िन्दगी का नियंत्रण खुद के पास होना ज़रूरी है। ये character आपको इस बात के लिए Inspire करेगी की यह आपकी जिंदगी है। आपको निर्णय करना है आपकी खुशी है आपकी ज़िन्दगी है किसी और की नहीं।
The Commonman (A WEDNESDAY)
अगले character का नाम है The Commonman जो की 2008 मैं आयी हुई फिल्म A Wednesday का है ,जिस character का रोल प्ले किया है नसीररूद्दीन शाह ने। नसीररूद्दीन शाह ने।इस फिल्म मैं बहत ही अच्छा रोल प्ले किया है। यह Inspiration है आम आदमी के लिए जिसको भी लगता है की आम आदमी के पास कोई Power नहीं है,उसको यह फिल्म inspire करेगी। यह किरदार यह बताता है की जब एक आम आदमी की हट ती है ना तो वो क्या करसकता है। बहत ही Simple और Effective डायलॉग के साथ नसीररूद्दीन शाह ने commonman की तकलीफों के बारे मैं बताया और यह भी बताया की एक आम इंसान अपनी जिम्मेदारियों की वजह से चुप है लेकिन वो अगर ठान लीआ तो बड़े से बड़े सिस्टम को हिला सकता है। यह character एक इंसान मैं कितनी power होती है , इसके बारें मैं बताता है। आप इतिहास उठाके के देख लो की ज्यादातर Revolution ,ज्यादातर बदलाब आम आदमी ही लेके आया है। तो खुद पे तरस खाना छोड़ दो , बहाना बनाना छोड़ दो की मैं एक आम इंसान हूँ ,कुछ नहीं कर सकता। आप के अंदर वो काबिलियत हैं की खुद को और अगर चाहो तो पूरी दुनिआ को बदल सकते हो।
Conclusion
तो दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है की इक़बाल ,शशि गोडबोले ,बी.भी.प्रधान ,रानी मेहरा और कॉमन मैन सबसे आप सिख पा रह होंगे की कैसे अपने सपनो के लिए लड़ा जाये ,सिखने की कोई उम्र नहीं होती ,किसी भी सूरत मैं सच के साथ खड़े रहो ,खुद से प्यार करना ज़रूरी है और अकेला आदमी अपने इच्छा शक्ति की दम पे कुछ भी कर सकता है।
दोस्तों शिखने की ना कोई Age होती है ना कोई stage होती है ना कोई समय होता है। कभी भी किसी से भी शिखा जा सकता है। बच्चे से भी शिखा जा सकता है ,बूढ़े से भी शिखा जा सकता है ,जिंदगी से शिखा जा सकता है ,कुदरत से शिखा जा सकता है और movies से भी शिखा जा सकता है। Movie देखनी है तो वो मूवी देखो जिससे कुछ शिख पायो ,आपको काम आये ,आपको Edutainment मिल पाए।
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